तुम मोरी राखो लाज हरी लिरिक्स - Tum Mori Rakho Laaj Hari Lyrics
तुम मोरी राखो लाज हरी लिरिक्स तुम मोरी राखो लाज हरी तुम जानत सब अन्तर्यामी करनी कछु ना करी तुम मोरी राखो लाज हरी अवगुण मोसे बिसरत नाही पलछिन घडी घडी सब प्रपंच की पोट बाँध कर अपने शीश धरी तुम मोरी राखो लाज हरी दारा सुत धन मोह लियो है सुध बुध सब बिसरी शूर प्रतीत को वेग उद्धारो अब मोरी नाव भरी तुम मोरी राखो लाज हरी Bhakti Bhajan Song Details Song :- Tum Mori Rakho Laaj Hari Singer:- Krishna Agarwal Lyrics :-Soordas Ji ऐसे ही सुन्दर भजन आप निचे दी गयी सूचि में देख सखते है गणेश जी के भजन विट्ठलाचे अभंग मराठी राधा कृष्ण के भजन कृष्णाच्या गवळणी मराठी शिव जी के भजन गुरुदेव के भजन माता रानी के भजन दादाजी धुनिवाले के भजन साईं बाबा के भजन देश भक्ति गीत राम जी के भजन फ़िल्मी तर्ज पर भजन हनुमान जी के भजन बधाई गीत आरति संग्रह चालीसा संग्रह