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ऐसा चुभा कांटा पांव में ओ कान्हा तोरे गांव में भजन लिरिक्स - Aisa Chubha Kanta Pav Me O Kanha Tore Gao Me Bhajan Lyrics

ऐसा चुभा कांटा पांव में ओ कान्हा तोरे गांव में  भजन लिरिक्स पी से मिलन को चली है राधे,  तज बरसानो गांव  पी से मिलन की आस में कर लई  खूब सिंगार बनाओ  जी चाहे उड़ जाए मिले  जहां पिया को ठाव  पी की धुन में  जा रही तो कांटा पर पड़ गओ पांव ऐसा चुभा कांटा पांव में  ओ कान्हा तोरे गांव में  लाज के मारे मर मर जाऊं  कैसे निकालूं समझ ना पाऊं  के ऐसा चुभा कांटा पाँव में ओ कान्हा तोरे गांव में  रंग रंगीला हुआ जाए  गोरा गोरा अंग मोरा पीला हुआ जाए  कैसे निकालूं समझ ना पाऊं  मन की बतियां किसको सुनाऊं  कि ऐसा चुभा कांटा पांव में ओ कान्हा तोरे गांव में  याद रहेगा तेरा प्यार,  तूने किया है मेरा जीना दुश्वार  ऐसा लगता है जीना सकूं मैं  प्रेम का अमृत पी ना सकूं मैं  कि ऐसा चुभा कांटा पांव में ओ कान्हा तोरे गांव में  तड़पत हूं में दिन रेन  अंग अंग दुखे मेरा जिया है बेचैन  पांव में कांटा जबसे चुभा है  जीवन भर का रोग लगा है  कि ऐसा चुभा कांटा पांव में ओ कान्हा तोरे गांव में...

रास रच्यो है रास रच्यो है यमुना किनारे श्याम रास रच्यो है लिरिक्स

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रास रच्यो है रास रच्यो है यमुना किनारे श्याम रास रच्यो है रास रच्यो है रास रच्यो है यमुना किनारे श्याम रास रच्यो है राधा नाचे कृष्ण नांचे नाचे गोपि संग मन मेरो बन गयो सखी री पावन वृन्दावन ॥  रास रच्यो है रास रच्यो है..  सूरज नाचे चन्द्र नाचे ,नाचे तारागण ।  मन मेरो बन गयो सखी री पावन वृन्दावन ॥  रास रच्यो है रास रच्यो है..    गंगा नाचे यनुमा नाचे ,नांचे सरयू संग  ।  मन मेरो बन गयो सखी री पावन वृन्दावन ॥  रास रच्यो है रास रच्यो है..  ब्रह्मा नाचे शंकर नाचे ,नाचे देवगण ।  मन मेरो बन गयो सखी री पावन वृन्दावन ॥  रास रच्यो है रास रच्यो है..  Radha Krishna ke bhakti Bhajan Song Details   Song  :- Ras Rachyo hai Yamuna Kinare Ras Rachyo Hai    Singer:-  Indresh Ji Maharaj   Lyrics  :- ऐसे ही सुन्दर भजन आप निचे दी गयी सूचि में देख सखते है गणेश जी के भजन विट्ठलाचे अभंग मराठी राधा कृष्ण के भजन कृष्णाच्या गवळणी मराठी शिव जी के भजन गुरुदेव के भजन माता रानी के भजन दादाजी धुनिवाले के भजन साईं...

अटल छत्र है दादाजी का भजले दादा नाम

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अटल छत्र है दादाजी का भजले दादा नाम अटल छत्र है दादाजी का  भजले दादा नाम    दादा नाम के खंडवा धाम को  बारम्बार प्रणाम  धुनि पते नमो नमः  धुनि पते नमो नमः  भजमन दादाजी का नाम  भजमन हरिहरजी का नाम  सृष्टि के करतार है दादा  वेद पंत के सार है दादा  चारों पथ के सार यही है  दादाजी का धाम धुनि पते नमो नमः  धुनि पते नमो नमः  भजमन दादाजी का नाम  भजमन हरिहरजी का नाम 

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