जय श्री श्याम जपने वाला भवसागर तर जाएगा लिरिक्स - Jai Shri Shyam Japne Wale Bhavsagar Tar Jayega Lyrics
जय श्री श्याम जपने वाला भवसागर तर जाएगा लिरिक्स तर्ज - चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता है ढल जाएगा दोहा - लिए श्रीकृष्ण ने इम्तिहान कैसे कैसे बने बर्बरीक खाटू के श्याम कैसे कैसे श्याम खाटू वाले के, दर पे जो भी जाएगा, जय श्री श्याम जपने वाला, भवसागर तर जाएगा, तर जाएगा तर जाएगा, तर जाएगा तर जाएगा।। श्याम खाटू वाले की, ये अमर कहानी है, शीश दिया गिरिधर को, शीश का यह दानी है, शीश का यह दानी है पांडवों का लाडला यह, सूर्यवंश का मोती, पिता का दुलारा है, मां की आंखों की ज्योति, मां की आंखों की ज्योति, एक दिन का किस्सा है, माँ से लगा वह कहने, युद्ध होने वाला है, मैं भी जाऊंगा रण में, मैं भी जाऊंगा रण में, मां ने अपने बेटे को, प्यार से यह समझाया, क्या करोगे जाकर के, यह सवाल क्यों आया, यह सवाल क्यों आया, युद्ध है महाभारत का, आप जानती है मां ऐसा युद्ध दुनिया में, होगा ना हुआ है मां, होगा ना हुआ है मां, मेरी भी तमन्ना है, कुछ कमाल दिखलाऊं, आप आज्ञ...