कर्म है बुरे बुरे और तुम स्वर्ग जाने की बात करते हो लिरिक्स - Karm Hai Bure Bure Aur Tum Sawrg Jane ki Baat Karte ho Lyrics
कर्म है बुरे बुरे और तुम स्वर्ग जाने की बात करते हो लिरिक्स फिल्मी तर्ज - आँख है भरी भरी और तुम कर्म है बुरे बुरे और तुम, स्वर्ग जाने की बात करते हो, बोये पेड़ बबूल के और तुम, आम खाने की बात करते हो।। जलाया घर किसी का जो, जलेगा घर तुम्हारा भी, दुःखाया दिल किसी का जो, दुखेगा दिल तुम्हारा भी, देकर दुःख औरों को और तुम, सुख पाने की बात करते हो, कर्म हैं बुरे बुरे और तुम, स्वर्ग जाने की बात करते हो।। जो औरों के लिये सोचे, बुरा ख़ुद का बुरा होगा, जो औरों को गिरायेगा, वो खुद पहले गिरा होगा, मन में छल भरा-भरा और तुम, दर्श पाने की बात करते हो, कर्म हैं बुरे बुरे और तुम, स्वर्ग जाने की बात करते हो।। बनाकर वेश साधु का, कमंडल हाथ में रखकर, ' सजन' हरि गुण नहीं गाया, कभी विषयो में यूं फसकर, वासना भरी भरी और तुम, मुक्ति पाने की बात करते हो, कर्म हैं बुरे बुरे और तुम, स्वर्ग जाने की बात करते हो।। करम की है गति न्यारी, करम परिणाम है न्यारा, करम न छोड...