तू खंडवा बुलाता रहे और मैं आता रहूं भजन लिरिक्स - Tu Khandwa Bulata Rahe Aur Mai Ata Rahu Bhajan Lyrics
तू खंडवा बुलाता रहे और मैं आता रहूं भजन लिरिक्स
ओ दादा…इतनी कृपा मैंतेरी पाता रहु,
तू खंडवा बुलाता रहे ओ
तू खंडवा बुलाता रहे ओ
और मैं आता रहूं…….
भाने लगी हैं
तेरे दर की गलियां,
तुम्हारे दरश से
तुम्हारे दरश से
खिले मन की कलियाँ,
ओ दादा… दीदार तेरा
ओ दादा… दीदार तेरा
यूँ ही पाता रहूं,
जबसे तेरी चौखट पे
तू खंडवा बुलाता रहे ओ
और मैं आता रहूं…….
जबसे तेरी चौखट पे
सर ये झुका है,
तबसे मेरा कोई
तबसे मेरा कोई
काम ना रुका है,
ओ दादा… सर तेरे दर पे
ओ दादा… सर तेरे दर पे
यूं झुकाता रहूं,
जब से तेरा दर है मिला
तू खंडवा बुलाता रहे ओ
और मैं आता रहूं…….
मेरा तन मन है खिला
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