जी रहा हु कृपा पे तेरी सावरे लिरिक्स - Ji Raha Hu Kripa Pe Teri Sawari Lyrics
जी रहा हु कृपा पे तेरी सावरे लिरिक्स नंदलाल तेरी मेरी बाते एक तू जाने या मैं जानू …. आएँगी मिलन की वो राते एक तू जाने या मैं जानू तेरे प्रेम की अश्को की बरसाते.. एक तू जाने या मैं जानू वो रूप के रंग के नजतो पे एक तू जाने या मैं जानू .. जहा तूम हो वहा चांदनी कौन पूछेगा तेरा दर हो तो जन्नत की गली को कौन पूछेगा फरिस्तो को न बतलाना तुम राहे गुजर अपनी वर्ना गुनाहगारो को इस दर पर कौन पूछेगा तू हैं मेरा मैं तेरा ही हु सावरे जी रहा हु कृपा पे तेरी सावरे मिल गई हर खुशी, मिट गए सारे गम, बात बिगड़ी बनाई मेरी सांवरे, तू है मेरा मै तेरा ही हूं सांवरे, जी रहा हु कृपा पे तेरी सावरे दो जहा का तू मालिक दयावान हैं अपने भक्तो पे तू तो मेहरबान हैं तू ही साहिल तू ही कश्ती मेरी सवारे जी रहा हु कृपा पे मेरे सांवरे तू हैं मेरा मैं तेरा ही हु सावरे जी रहा हु कृपा पे तेरी सावरे नंदलाल गोपाल दया कर दे रख चाकर अपने घर मुझे धन दौलत की चाह नहीं प्रभु दे दो अपना प्यार मुझे तेरे प्यार में इतना खो जाऊ पागल समझे संसार मुझे जब दिल अपने में झाकू मैं हो जाए तेरा दीदार मुझे तुमसे मिलने की चाहत इस