मूरख बन्दे क्या है रे जग में तेरा लिरिक्स - Murakh Bande Kya Hai Re Jag Me Tera Lyrics
मूरख बन्दे क्या है रे जग में तेरा लिरिक्स मूरख बन्दे क्या है रे जग में तेरा, ये तो सब झूठा सपना है, कुछ तेरा ना मेरा, मूरख बन्दे, क्या है रे जग में तेरा। कितनी भी माया जोड़ ले, कितने भी महल बना ले, तेरे मरने के बाद में, सुन तेरे ये घर वाले, दो ग़ज कफ़न उढ़ा के तुझको, छीन लेंगे तेरा डेरा, मूरख बन्दे, क्या है रे जग में तेरा। कोठी बंगला कारे देख क्यों, तू इतना इतराता है, पत्नी और बच्चों के बीच तू, फूला नहीं समाता है, ये तो चार दिनों के चांदनी है, अरे फिर आएगा अँधेरा, मूरख बन्दे, क्या है रे जग में तेरा। मूरख अपनी मुक्ति का तू, जल्दी कर उपाय, अरे किसी दिन किसी घड़ी जाने, तेरी बाह पकड़ ले जाए, तेरे साथ में घूम रहा है, बनकर काल लुटेरा, मूरख बन्दे, क्या है रे जग में तेरा। पाप कमाया तूने बहुत, अब थोड़ा धर्म कमा ले, कुछ तो समय अब मानव, तू राम नाम गुण गा ले, राम नाम से मिट जायेगा, जनम मरण का फेरा, मूरख बन्दे, क्या है रे जग में तेरा। Bhakti Bhajan Song Song :- Murakh Bande Kya Hai Re Jag Me Tera Singer:- Pramod Kumar Lyrics :- Rukam Singh Dhiran ऐसे ही सुन्दर भजन आ