अटल छत्र मेरे दादाजी का सारे जहां मे मशहूर है लिरिक्स - Atal Chatra Mere Dadaji Ka sare Jaha Me Mashahur Hai Lyrics
अटल छत्र मेरे दादाजी का सारे जहां मे मशहूर है लिरिक्स अटल छत्र मेरे दादाजी का , सारे जहां मे मशहूर हे , ऐसे दयालु दादाजी पे हमको तो गुरूर है आ ............ हो ......... द्वार देखे मैंने अखाड़े भी देखे आश्रम देखे सारे गुरूद्वारे भी देखे सच्चा है दरबार दादाजी का सच्चा है दरबार दादाजी का दादाजी हुजुर है ऐसे दयालु दादाजी पे हमको तो गुरूर है आ ............ हो ......... भोले शम्भू दादा है दिनों के वाली झोली भरे उनकी जिसकी भी देखे खाली जो भी दुखियां इनको पुकारे जो भी दुखियां इनको पुकारे सुनते ओ जरुर है ऐसे दयालु दादाजी पे हमको तो गुरूर है आ ............ हो ......... दिल में थके अरमान और कांधे पे निशान है चलो चले खंडवा जहाँ दादाजी भगवान है हो नशा चढ़ा है दादा नाम का हो नशा चढ़ा है दादा नाम का मस्ती में सब चूर है ऐसे दयालु दादाजी पे हमको तो गुरूर है आ ............ हो ......... dadaji ke Bhakti Bhajan Song Song :- Atal Chatra Mere Dadaji Ka sare Jaha Me Mashahur Hai Singer:- Lyrics :- ऐसे ही सुन्दर भजन आप निचे दी गयी सूचि में देख सखते है गणेश जी के भजन विट्ठलाचे अभंग मराठी