तू खंडवा बुलाता रहे और मैं आता रहूं भजन लिरिक्स ओ दादा…इतनी कृपा मैं तेरी पाता रहु, तू खंडवा बुलाता रहे ओ और मैं आता रहूं……. भाने लगी हैं तेरे दर की गलियां, तुम्हारे दरश से खिले मन की कलियाँ, ओ दादा… दीदार तेरा यूँ ही पाता रहूं, तू खंडवा बुलाता रहे ओ और मैं आता रहूं……. जबसे तेरी चौखट पे सर ये झुका है, तबसे मेरा कोई काम ना रुका है, ओ दादा… सर तेरे दर पे यूं झुकाता रहूं, तू खंडवा बुलाता रहे ओ और मैं आता रहूं……. जब से तेरा दर है मिला मेरा तन मन है खिला गुरु पुनम की रात सुहानी लिरिक्स बिल्कुल बगल में मकान दादाजी मेरे घर आना लिरिक्स भजलो दादाजी का नाम भजलो हरिहरजी का नाम लिरिक्स वो बात करो पैदा तुम अपनी जुबानो में लिरिक्स दादाजी के चरणों में सभी हमारे तिरथ धाम लिरिक्स भर दो झोली मेरी धुनिवाले आज बनकर मै आया सवाली लिरिक्स दादाजी का नाम भजलो हरिहरजी का नाम लिरिक्स धुनिवाले दादाजी का नाम भजले मनवा लिरिक्स तेरा दर तो हकीकत में दुखियों का सहारा है लिरिक्स दादाजी के दर चला जा सवाली लिरिक्स दादाजी मेरे सरकार मेरी बिनती सुनो एक बार लिरिक्स ...