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चली जा रही है उमर धीरे धीरे लिरिक्स - Chali Ja Rahi Hai Umar Dheere Dheere Lyrics

चली जा रही है उमर धीरे धीरे लिरिक्स चली जा रही है उमर धीरे धीरे  पल पल हो आठो पहर धीरे धीरे  चली जा रही है उमर धीरे धीरे  जो करते रहोगे भैया भजन धीरे धीरे  जो करते रहोगे बाबा भजन धीरे धीरे  जो करते रहोगे भैया भजन धीरे धीरे  तो मिल जायेगा सजन धीरे धीरे  बचपन भी जाये जवानी भी जाये  बचपन भी जाये भैया जवानी भी जाये  बुढ़ापे का होगा असर धीरे धीरे  चली जा रही है उमर धीरे धीरे  तेरे हाथ पाव में बल ना रहेगा  झुकेगी कमर तुम्हारी धीरे धीरे  बुराई से मन को बन्दे अपने हटाले बुराई से मन को प्यारे अपने हटाले   बन जायेगा प्यारे जीवन धीरे धीरे  जो करते रहोगे भैया भजन धीरे धीरे  जो करते रहोगे भक्तो भजन धीरे धीरे  बन जायेगा प्यारे जीवन धीरे धीरे  चली जा रही है उमर धीरे धीरे  गुरुदेव के भजन यहा पर देख सकते है मोहे लागी लगन गुरु चरणन की भजन हरयाणवी गाना माटी में मिले माटी पानी में पानी अरे अभिमानी पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओगे जनम अनमोल रे जहर मत घोल रे   गुरूदेव की कुटिया को मैंने फूलो से सजाया है हे गुरुदेव मेरे दिल में आओ भजन   खाल

माटी में मिले माटी पानी में पानी अरे अभिमानी लिरिक्स - Mati Me Mile Mati Pani Me Pani Lyrics

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माटी में मिले माटी पानी में पानी अरे अभिमानी लिरिक्स माटी में मिले माटी पानी में पानी अरे अभिमानी   पानी का बुलबुला जैसे तेरी जिंदगानी अरे अभिमानी   भाईबंध तेरे काम न आये  कुटुंब कबीला तेरे साथ न जाये  संग ना जलेगा तेरे कोई भी प्राणी  अरे अभिमानी अरे अभिमानी   माटी में मिले माटी पानी में पानी  अरे अभिमानी अरे अभिमानी   रही ना निशानी राजा वजीरो की  एक एक ठाठ जिनकी लाख लाख हीरो की  ढाई गज कपड़ा और डोली पड गयी  उठानी  अरे अभिमानी अरे अभिमानी   माटी में मिले माटी पानी में पानी  अरे अभिमानी अरे अभिमानी   खाना और पीना तो पशुओ का काम है  दो घडी ना सत्संग किया करता अभिमान है  बीत जाये युही तेरी जिंदगानी  अरे अभिमानी अरे अभिमानी   माटी में मिले माटी पानी में पानी  अरे अभिमानी अरे अभिमानी   करले भलाई जग में काम तेरे आएगी  जायेगा जहाँ से जब साथ तेरे जायेगी  कहे बिंदु शर्मा अपनी छोटी से कहानी  अरे अभिमानी अरे अभिमानी   माटी में मिले माटी पानी में पानी  अरे अभिमानी अरे अभिमानी

पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओगे लिरिक्स - Pap Ki Nagariya Me Punya Kab Kamaoge Lyrics

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पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओगे लिरिक्स पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओगे  अरे खाली हाथ आये हो खाली हाथ जाओगे  पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओगे  तेल भी हुआ मंहगा लकडिया नही मिलती  अब बार होली में किसका घर जलाओगे  पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओगे  संभलके तुम चलना हर कदम पे है धोखा  अरे रेत की जमीन है ये कैसे महल बनाओगे  पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओगे  पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओगे  अरे खाली हाथ आये हो खाली हाथ जाओगे  पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओगे  Singer:- Shri Lakhan Raghuwanshi गुरुदेव के भजन यहा पर देख सकते है मोहे लागी लगन गुरु चरणन की भजन चली जा रही है उमर धीरे धीरे भजन हरयाणवी गाना माटी में मिले माटी पानी में पानी अरे अभिमानी जनम अनमोल रे जहर मत घोल रे   गुरूदेव की कुटिया को मैंने फूलो से सजाया है हे गुरुदेव मेरे दिल में आओ भजन   खाली हाथ आया है खाली हाथ जायेगा हरी नाम नही होता तो भक्तो का क्या होता जगत में कोई ना परमानेंट भजन   अपना मुझे बनाके चरणों से मुझे लगाके भजन आदमी मुसाफिर है आता है जाता है भजन   क्

जनम अनमोल रे जहर मत घोल रे लिरिक्स - Janam Anmol Re Jahar Mat Ghol Re Lyrics

जनम अनमोल रे जहर मत घोल रे लिरिक्स ये देश बेगाना है छोड़ इसे जाना  आँख जरा खोल रे जहर मत घोल रे  जनम अनमोल रे जहर मत घोल रे  है छोटी जिंदगानी करे काहे मनमानी  तू मीठा मीठा बोल रे जहर मत घोल रे  जनम अनमोल रे जहर मत घोल रे  समय चला जायेगा बड़ा पछतायेगा  मोह में मत तोल रे जहर मत घोल रे  जनम अनमोल रे जहर मत घोल रे  तेरी सुन्दर काया देख क्यों इतराया  ना माँटी मोल  रे जहर मत घोल रे  जनम अनमोल रे जहर मत घोल रे  माया से नाता तोड़ दे घमंड अब छोड़ दे  बजाके अब ढोल रे जहर मत घोल रे  जनम अनमोल रे जहर मत घोल रे  गुरुदेव के भजन यहा पर देख सकते है मोहे लागी लगन गुरु चरणन की भजन चली जा रही है उमर धीरे धीरे भजन हरयाणवी गाना माटी में मिले माटी पानी में पानी अरे अभिमानी पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओगे गुरूदेव की कुटिया को मैंने फूलो से सजाया है हे गुरुदेव मेरे दिल में आओ भजन   खाली हाथ आया है खाली हाथ जायेगा हरी नाम नही होता तो भक्तो का क्या होता जगत में कोई ना परमानेंट भजन   अपना मुझे बनाके चरणों से मुझे लगाके भजन आदमी मुसाफिर है आता है जात

गुरूजी की कुटिया को मैंने फूलो से सजाया है लिरिक्स - Guruji Ki Kutiya Ko Maine Phoolo Se Sajaya Hai Lyrics

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गुरूजी की कुटिया को मैंने फूलो से सजाया है  लिरिक्स गुरूदेव की कुटिया को मैंने फूलो से सजाया है  मेरे घर आओ गुरूदेव मैंने आप को बुलाया है  गुरु मेरे ब्रम्हा है गुरु मेरे विष्णु है  गुरु मेरे शिव भोले जिसने जगत रचाया है  गुरूदेव  की कुटिया को मैंने फूलो से सजाया है  गुरु मेरी गंगा है गुरु मेरी जमुना है  गुरु मेरी त्रिवेणी जिसने जगत नवाया है  गुरूदेव  की कुटिया को मैंने फूलो से सजाया है  गुरु मेरे चंदा है गुरु मेंरे तारा है  गुरु मेरे सूरज किरन जिससे जगत उजियारा है  गुरूदेव  की कुटिया को मैंने फूलो से सजाया है  गुरु मेरे माता पिता गुरु मेरे बंधू सखा  गुरु मेरे सतगुरु है जिसने ज्ञान बताया है  गुरूदेव  की कुटिया को मैंने फूलो से सजाया है  मेरे घर आओ गुरूदेव मैंने आप को बुलाया है  Title - Guruji Ki Kutiya Ko Maine Fulo Se Sajaya Hai   Singer -  Rekha Garg  गुरुदेव के भजन यहा पर देख सकते है मोहे लागी लगन गुरु चरणन की भजन चली जा रही है उमर धीरे धीरे भजन हरयाणवी गाना माटी में मिले माटी पानी में पानी अरे अभिमानी पाप की नगरिया में पुण्य कब कमाओ

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