भाव के भूखे हैं भगवान लिरिक्स - Bhav Ke Bhukhe Hai Bhagwan Lyrics
भाव के भूखे हैं भगवान लिरिक्स भाव के भूखे हैं भगवान भाव के भूखे हैं भगवान भाव नहीं तो कुछ भी नहीं है भाव नहीं तो कुछ भी नहीं है लाख करो गुणगान एक थी शबरी भक्तन न्योछावर करके तनमन मतंग मुनि के संग में करती थी प्रभु का कीर्तन बागो से चुन चुन लाती प्रभु को फुल चढ़ाती गंगा के पावन जल से रोज स्नान कराती चरण धोके श्री राम का करती चरण धोके श्री राम का करती चरनामृत का पान भाव के भूखे हैं भगवान मतंग शबरी को बताये बहु भांति समझाए सबर कर कुछ दिन शबरी मिलन के दिन अब आये रामजी तुमसे मिलेंगे मेरी कुटिया में आ कर शबरी को धैर्य बंधाकर समाधी लिए गुरुवर राम नाम में लीन हो गयी गुरु से पाकर ज्ञान भाव के भूखे हैं भगवान Bhakti Bhajan Song Details Song :- Bhav Ke Bhukhe Hai Bhagwan Singer:- ravi raj Lyrics :- Sanjay Tiwari ऐसे ही सुन्दर भजन आप निचे दी गयी सूचि में देख सखते है गणेश जी के भजन विट्ठलाचे अभंग मराठी राधा कृष्ण के भजन कृष्णाच्या गवळणी मराठी शिव जी के भजन गुरुदेव के भजन माता रानी के भजन दादाजी धुनिवाले के भजन साईं बाबा के भजन देश भक्ति गीत राम जी के भजन फ़िल्मी तर्ज पर भज