कोई कहे कैलाशो के तुम हो वासी सन्यासी लिरिक्स - Koi Kahe Kailasho Ke Tum Ho Wasi Sanyasi Lyrics
कोई कहे कैलाशो के तुम हो वासी सन्यासी लिरिक्स कोई कहे कैलाशो के तुम हो वासी, कोई कहे तुम रहते हो काशी।। हिमाचल की बेटी गौरा तेरी साखी, रहते हो कहाँ सन्यासी, कोई कहे कैलाशो के तुम हो वासी, कोई कहे तुम रहते हो काशी।। चन्दन चढ़े तोहे धतूरा चढ़े तोहे, चढ़े बेलपत्र दूध की धारा, ओ देवा, एक हाथ शूल तेरे एक हाथ डमरू तेरे, जटाओं से बहे गंगा धारा, हो देवा, कोई कहे कैलाशो के तुम हो वासी, कोई कहे तुम रहते हो काशी।। खुद तूने विष पिया औरों को अमृत बाँट के, नील कंठ तब से तू कहलाया, ओ भोले, धरती अम्बर पाताल सब है तेरे महाकाल, रघुवंशी करे तेरी पूजा, हो देवा, कोई कहे कैलाशो के तुम हो वासी, कोई कहे तुम रहते हो काशी।। Bholenath ke Bhakti Bhajan Song Song :- Koi Kahe Kailasho Ke Tum Ho Wasi Sanyasi Singer:- Hansraj Raghuwanshi Lyrics :- Hansraj Raghuwanshi ऐसे ही सुन्दर भजन आप निचे दी गयी सूचि में देख सखते है गणेश जी के भजन विट्ठलाचे अभंग मराठी राधा कृष्ण के भजन कृष्णाच्या गवळणी मराठी शिव जी के भजन गुरुदेव के भजन माता रानी के भजन दादाजी धुनिवाले के भजन साईं बाबा के भजन देश भक्ति गीत राम जी के भजन फ़