हर कोई साईं का दीवाना है लिरिक्स- Har Koi Sai Ka Diwana Hai Lyrics
हर कोई साईं का दीवाना है लिरिक्स
फ़िल्मी तर्ज - धीरे धीरे प्यार को बढ़ाना है
सबको दरस पाना है,
जाके सर शिरडी में झुकाना है,
सबको दरस पाना है,
हर कोई साईं का दीवाना है,
सबको दरस पाना है।
आते संत और जोगी,
तन के मन के भी रोगी,
रंक राजा में ना यहाँ,
भेद की रसम,
छोटा ना बड़ा कोई,
देख है खड़ा वोही,
मांगते हैं जोड़े हाथ,
छोडके शरम
सबको जग से लौट जाना है,
सबको दरस पाना है,
हर कोई साईं का दीवाना है,
सबको दरस पाना है।
गम सब के ये हरता,
खुशियों से झोली भरता,
साईनाथ की तो है,
हर तरफ़ नज़र,
साई सबका है साथी,
ज्यो दिए में हो बात,
करता है उजागर वो,
भक्तों की डगर,
कदमों में साई के जमाना है,
सबको दरस पाना है,
हर कोई साईं का दीवाना है,
सबको दरस पाना है।
कुछ पता नहीं कल का,
इस घड़ी या इस पल का,
उसके नाम से ही होगी,
जिंदगी सफल,
साईं नाम है न्यारा,
सुमिर ये जहान सारा,
पाक ऐसा है ये,
ज्यो गंगाजी का जल,
घट घट में ये जल बहाना है
सबको दरस पाना है
हर कोई साईं का दीवाना है,
सबको दरस पाना है।
हर कोई साईं का दीवाना है लिरिक्स- Har Koi Sai Ka Diwana Hai Lyrics
Bhakti Bhajan Song Details
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