दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा भजन लिरिक्स - Darbar Hajaro Me Aisa Darbar Kaha Bhajan lyrics
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा भजन लिरिक्स
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा
जो श्याम से मिलता है प्रभु ऐसा प्यार कहा
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा
जो आस लगा करके दरबार में आता है
खाली झोली लाता भरकर ले जाता है
मांगे सो मिल जाए ऐसा दातार कहा
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा
सबके मन की बाते बड़े प्यार से सुनता है
फरियाद सुने बाबा और पूरी करता है
मांगो जो मिल जाये ऐसा दातार कहा
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा
कोई प्रेमी बाबा का जब हम को मिल जाए
सब रिश्तो से बढकर एक रिश्ता बन जाए
ये श्याम धनी का है ऐसा प्यर कहा
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा
दरबार हजारो है ऐसा दरबार कहा श्याम भजन लिरिक्स हिंदी
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