अजब है भोले नाथ ये दरबार तुम्हारा लिरिक्स - Ajab Hai Bhole Natha Ye Darbar Tumhara Lyrics
अजब है भोले नाथ ये दरबार तुम्हारा लिरिक्स
अजब है भोले नाथ ये दरबार तुम्हारादरबार तुम्हारा
भूत प्रेत नित करे चाकरी सबका यहा गुजारा
अजब है भोले नाथ ये दरबार तुम्हारा
दरबार तुम्हारा
बाघ बैल को हरदम एक जगह पे आके
कभी ना एक दूजे को बुरी नज़र से ताके
कहीं और नहीं देखा हमने ऐसा गजब नज़रा
अजब है भोले नाथ ये दरबार तुम्हारा
दरबार तुम्हारा
गणपति राखे चूहा कभी सर्प नहीं छूआ
भोले सर्प लटकाये कार्तिक मोर नचाये
आज का काम नहीं है तेरा
अनुशाषित है सारा
अजब है भोले नाथ ये दरबार तुम्हारा
दरबार तुम्हारा
अजब है भोले नाथ ये दरबार तुम्हारा लिरिक्स
Ajab Hai Bhole Natha Ye Darbar Tumhara Lyrics
Shiv Bhajan by Dhiraj kantऐसे ही सुन्दर भजन आप यहां पर देख सखते है
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