सुन इंसान रे लिरिक्स - Sun Insan Re Lyrics
सुन इंसान रे लिरिक्स
सुन इंसान रेविधि का विधान रे
दो दिन की जान रे
सच है ये जान रे
जो आएगा वो जाएगा
जो आएगा वो जाएगा
छोड़ कर ना शरारत तू बात मान ले
ये है रे अकारक तू बात मान ले
बड़ी मुश्किल से मानुस तन पाया तूने
कर ले प्रभु की इबादत तू बात मान ले
हो जा सावधान रे ले राम नाम रे
यही साथ जाएगा मात के अभिमान रे
बड़ी मुश्किल से मानुस तन पाया तूने
कर ले प्रभु की इबादत तू बात मान ले
हो जा सावधान रे ले राम नाम रे
यही साथ जाएगा मात के अभिमान रे
जो आएगा वो जाएगा
जो आएगा वो जाएगा
सुन इन्सान रे......
वो सारे धर्मो का बन्दे ये सन्देश है
ज्ञानी ध्यानी की वाणी का उपदेश है
प्रेम भाव से रहना तू अब सिख ले
मिल सकेगा न ऐसा तुझे भेष है
ना अतीत मान रे ना भविष्य जान रे
तेरे हक़ में तेरा है सिर्फ वर्तमान रे
झूटी दौलत पे अपनी क्यु मगरूर है
होता इंसानियत से तू क्यू दूर रे
तेरा शेतान का तेरे मन में बसा
तूने देखा न रब का अजब नूर रे
छोड़ आन बाण रे छोड़ अपनी शान रे
बाली से क्या सुनाये एजाज का बयान रे
सुन इन्सान रे......
वो सारे धर्मो का बन्दे ये सन्देश है
ज्ञानी ध्यानी की वाणी का उपदेश है
प्रेम भाव से रहना तू अब सिख ले
मिल सकेगा न ऐसा तुझे भेष है
ना अतीत मान रे ना भविष्य जान रे
तेरे हक़ में तेरा है सिर्फ वर्तमान रे
जो आएगा वो जाएगा
जो आएगा वो जाएगा
सुन इन्सान रे......
सुन इन्सान रे......
होता इंसानियत से तू क्यू दूर रे
तेरा शेतान का तेरे मन में बसा
तूने देखा न रब का अजब नूर रे
छोड़ आन बाण रे छोड़ अपनी शान रे
बाली से क्या सुनाये एजाज का बयान रे
जो आएगा वो जाएगा
जो आएगा वो जाएगा
सुन इन्सान रे......
सुन इन्सान रे......
सुन इंसान रे लिरिक्स - Sun Insan Re Lyrics
Bhakti Bhajan Song Details
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