हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं लिरिक्स - Hum Shyam Ke Premi Hai Hum Shyam Pe Marte Hai Lyrics
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं लिरिक्स
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैंहम इनके भरोसे ही हर काम करते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
दुनिया ज़माने को बस ये बात खल रही है
पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है
वो जितना जलते हैं हम उतना निखरते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
मेरे बोलने से पहले मेरा काम हो रहा है
मेरी हैसियत से ज़्यादा मेरा नाम हो रहा है
हम इनकी गोदी में आराम करते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
हैं श्याम की बदौलत हर भोर ज़िन्दगी की
इनके ही हाथ में है अब डोर ज़िन्दगी की
मेरी साँसों की किश्तें मेरे श्याम भरते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
है श्याम आसरे पर अपनी ये ज़िंदगानी
आगाज़ भी इसी से इस पर ख़त्म कहानी
सोनू जीवन अपना इनके नाम करते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
दुनिया ज़माने को बस ये बात खल रही है
पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है
वो जितना जलते हैं हम उतना निखरते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
मेरे बोलने से पहले मेरा काम हो रहा है
मेरी हैसियत से ज़्यादा मेरा नाम हो रहा है
हम इनकी गोदी में आराम करते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
हैं श्याम की बदौलत हर भोर ज़िन्दगी की
इनके ही हाथ में है अब डोर ज़िन्दगी की
मेरी साँसों की किश्तें मेरे श्याम भरते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
है श्याम आसरे पर अपनी ये ज़िंदगानी
आगाज़ भी इसी से इस पर ख़त्म कहानी
सोनू जीवन अपना इनके नाम करते हैं
हम श्याम के प्रेमी हैं हम श्याम पे मरते हैं
Bhakti Bhajan Song Details
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