भक्तों के घर भी साँवरे आते रहा करो लिरिक्स - Bhakto Ke Ghar Bhi Saware Aate Raha Karo Lyrics
भक्तों के घर भी साँवरे आते रहा करो लिरिक्स
राम कृपा दिखला दे तो,
ये संत मिलन हो जाता है,
और संत दया दिखला दे तो,
और संत दया दिखला दे तो,
भगवन से मिलन हो जाता है,
भक्तों के घर भी साँवरे आते रहा करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
दर्शन को नैना बाँवरे, दर्शन दिया करो,
सूरत सलोनी आपकी आँखों में बस गई,
ऐसी झलक मिली हमें दीवाना कर गई,
बढ़ती रहे दीवानगी, ऐसी कृपा करो,
भक्तों के घर भी सांवरे
कुछ ना घटेगा आपका, आकर तो देखिये,
पलकें बिछाई राह में, हमने तेरे लिये,
खाली पड़ा है दिल मेरा, इसमें आके रहो,
दर्शन के नैन बावरे, दर्शन दिया करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
कहते हैं प्रेम से प्रभु, छिलके भी खा गए,
सुदामा के तंदुलों में, दखल ना थी, प्रेम था,
अरे मालिनी कुब्जा की कोई शक्ल ना थी, प्रेम था,
धन्य की पूजा में कोई,
अकल ना थी, प्रेम था,
बाई मीरा के कीर्तन में, नक़ल ना थी, प्रेम था,
कहते हैं प्रेम से प्रभु, छिलके भी खा गए,
तंदुल सुदामा यार के, गिरधर को भा गए,
भीलनी के झूठे बेर प्रभु खाते रहा करो,
दर्शन के नैन बावरे, दर्शन दिया करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
भक्तों की शान आप हो, भक्तों का मान हो,
भगतों की जिंदगी तन मन प्राण हो,
तेरे नाम की हमें प्रभु मस्ती दिया करो,
तेरे नाम की हमें प्रभु मस्ती दिया करो,
दर्शन के नैन बावरे, दर्शन दिया करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
माना तुम्हारे चाहने वाले अनेक हैं,
कौनसे हीरे जड़े थे नरसी की करताल में,
अरि वन में भी जाकर था खाया,
द्रौपदी के थाल में,
क्या समझ कर बँध गए वो,
नन्द के जंजाल में,
क्या समझ कर लाया था निर्धन,
फटे हुए रुमाल में,
भक्तों के घर भी साँवरे आते रहा करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
दर्शन को नैना बाँवरे, दर्शन दिया करो,
सूरत सलोनी आपकी आँखों में बस गई,
ऐसी झलक मिली हमें दीवाना कर गई,
बढ़ती रहे दीवानगी, ऐसी कृपा करो,
भक्तों के घर भी सांवरे
कुछ ना घटेगा आपका, आकर तो देखिये,
पलकें बिछाई राह में, हमने तेरे लिये,
खाली पड़ा है दिल मेरा, इसमें आके रहो,
दर्शन के नैन बावरे, दर्शन दिया करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
कहते हैं प्रेम से प्रभु, छिलके भी खा गए,
सुदामा के तंदुलों में, दखल ना थी, प्रेम था,
अरे मालिनी कुब्जा की कोई शक्ल ना थी, प्रेम था,
धन्य की पूजा में कोई,
अकल ना थी, प्रेम था,
बाई मीरा के कीर्तन में, नक़ल ना थी, प्रेम था,
कहते हैं प्रेम से प्रभु, छिलके भी खा गए,
तंदुल सुदामा यार के, गिरधर को भा गए,
भीलनी के झूठे बेर प्रभु खाते रहा करो,
दर्शन के नैन बावरे, दर्शन दिया करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
भक्तों की शान आप हो, भक्तों का मान हो,
भगतों की जिंदगी तन मन प्राण हो,
तेरे नाम की हमें प्रभु मस्ती दिया करो,
तेरे नाम की हमें प्रभु मस्ती दिया करो,
दर्शन के नैन बावरे, दर्शन दिया करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
माना तुम्हारे चाहने वाले अनेक हैं,
कौनसे हीरे जड़े थे नरसी की करताल में,
अरि वन में भी जाकर था खाया,
द्रौपदी के थाल में,
क्या समझ कर बँध गए वो,
नन्द के जंजाल में,
क्या समझ कर लाया था निर्धन,
फटे हुए रुमाल में,
माना तुम्हारे चाहने वाले अनेक हैं,
उन पागलों की भीड़ में बिन्नू भी एक है,
तेरी दया का पात्र हूँ, मुझ पर दया करो,
तेरी दया का पात्र हूँ, मुझ पर दया करो,
दर्शन के नैन बावरे, दर्शन दिया करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
भक्तों के घर भी साँवरे, आते रहा करो,
Bhakti Bhajan Song Details
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