दर्द किसको दिखाऊं सावरिया लिरिक्स - Dard Kisko Dikhau Sawariya Lyrics
दर्द किसको दिखाऊं सावरिया लिरिक्स
दर्द किसको दिखाऊं कन्हैयाँ,श्याम, श्याम मेरे श्याम,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है,
दुनियाँ वाले नमक है छिड़कते,
कोई मरहम लगाता नहीं हैं,
दर्द किसको दिखाऊँ कन्हैयाँ,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है।
किसको बैरी कहूँ किसको अपना,
झूठें वादे है सारे ये सपना,
अब तो कहने में आती शर्म हैं,
रिश्ते नाते ये सारे भरम हैं,
देख ख़ुशियाँ मेरी जिंदगी की,
रास अपनों को आती नहीं है,
दर्द किसको दिखाऊँ कन्हैयाँ,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है।
ठोकरों पर है ठोकर खाया,
जब भी दिल दुसरो से लगाया,
हर कदम पे है सबने गिराया,
सबने स्वार्थ का रिश्ता निभाया,
तुझसे नैनां लड़ाना कन्हैया,
दुनिया वालो को भाता नहीं है,
दर्द किसको दिखाऊँ कन्हैयाँ,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है।
दर्द किसको दिखाऊँ कन्हैयाँ,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है,
दुनिया वाले नमक है छिड़कते,
कोई मरहम लगाता नहीं है,
दर्द किसको दिखाऊँ कन्हैयाँ,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है।
Bhakti Bhajan Song Details
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