शिवजी बिहाने चले पालकी सजाई के लिरिक्स - Shivji Bihane Chale Palaki Sajai Ke Lyrics
शिवजी बिहाने चले पालकी सजाई के लिरिक्स
शिवजी बिहाने चले पालकी सजाई केभभूति रमाय के हो राम
संग संग बाराती चले
ढोलवा बजाय के घोडा दौडाई के हो राम
विष्णु जी और लक्ष्मी जी तो
गरुड़ के ऊपर चढ़ आये
दाड़ी वाले ब्रम्हा जी तो
हंस सवारी ले आये
बड़ी शान से इन्द्र आये
एरावत लेके हाथी
भैसे पे यमराज विराजे
और यमदूत सभी साथी
मस्ती में हरी गुण गाते
नारद जी खुशी मनाते
शंकर के बने बाराती विणा बजायी के
चारो को सजाई के हो राम
शिवजी बिहाने चले पालकी सजाई के
भभूति रमाय के हो राम
भभूति रमाय के हो राम
मस्तक पर है त्रिलोचन और
दूध सा चन्द्र विराज रहा
डमडम डमरू बाज रहा
और त्रिशूल हाथ में साज रहा
भोले बाबा को पहनाये
नर मुंडो कि नित माला
बाघम्बर के खाल ओढ़ाये
और कंधे पर मृग छाला
गंगा कि धारा बहती
कल कल कल कल कहती
बुरी नजर से इनको
रखना बचायी के हो राम
शिवजी बिहाने चले पालकी सजाई के
भभूति रमाय के हो राम
भभूति रमाय के हो राम
bhakti Bhajan Song Details
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