दरबार तेरा सांवरे छूटे कभी नहीं लिरिक्स - Darbar Tera Sanwara Chhute Kabhi Nahi Lyrics
दरबार तेरा सांवरे छूटे कभी नहीं लिरिक्स
दरबार तेरा सांवरे छूटे कभी नहींआता रहूं ये सिलसिला टूटे कभी नहीं
साँसे चले ये जब तलाक आता रहूं यहाँ
कदमो में तेरे सांवरे बसता मेरा जहान
अरमानो की ये डोरिया टूटे कभी नहीं
आता रहूं ये सिलसिला टूटे कभी नहीं
इस झूठी दुनियादारी की अब चाह ना मुझे
चाहे रूठ जाए जग कोई परवाह ना मुझे
पर मुझसे मेरा सांवरा रूठे कभी नहीं
आता रहूं ये सिलसिला टूटे कभी नहीं
मेरे सांवरे पसंद मुझे तेरी ये बंदगी
तेरे नाम के सहारे है कुंदन ये ज़िन्दगी
ये अपनी प्रेम गागरी फूटे कभी नहीं
आता रहूं ये सिलसिला टूटे कभी नहीं
Bhakti Bhajan Song Details
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