मुसीबत में साथी श्याम सरकार था लिरिक्स - Musibat Me Sathi Shyam Sarkar Tha Lyrics
मुसीबत में साथी श्याम सरकार था लिरिक्स
मुसीबत में साथी श्याम सरकार थाश्याम सरकार था
आज भी है और कल भी रहेगा
लाचार था टुकड़ों को मैं दर दर फिरता मारा मारा
जिनको अपना समझा सभी अपनों ने किया किनारा
श्याम पे भरोसा मेरा तब भी बरकरार था ,
आज भी है और कल भी रहेगा
लाचार था टुकड़ों को मैं दर दर फिरता मारा मारा
जिनको अपना समझा सभी अपनों ने किया किनारा
श्याम पे भरोसा मेरा तब भी बरकरार था ,
तब भी बरकरार था
आज भी है और कल भी रहेगा
जीएवं नैया मेरी भवर में खाये डगमग डोले
बड़ी दूर किनारा था फांसी लहरों में खाये हिचकोले
एक ही सहारा श्याम नाम पतवार था,
आज भी है और कल भी रहेगा
जीएवं नैया मेरी भवर में खाये डगमग डोले
बड़ी दूर किनारा था फांसी लहरों में खाये हिचकोले
एक ही सहारा श्याम नाम पतवार था,
नाम पतवार था
आज भी है और कल भी रहेगा
जब बाबा कृपा करें अमावस बन जाए पूरणमासी
दर्शन की आस लिए श्याम दर खड़ा कृष्ण बृजवासी
तेरा गुणगान मेरा यही कारोबार था,
आज भी है और कल भी रहेगा
जब बाबा कृपा करें अमावस बन जाए पूरणमासी
दर्शन की आस लिए श्याम दर खड़ा कृष्ण बृजवासी
तेरा गुणगान मेरा यही कारोबार था,
यहॉ कारोबार थाआज भी है और कल भी रहेगा
Bhakti Bhajan Song Details
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