राधे कौन से पुण्य किए तूने हरी रोज तेरे घर आते हैं लिरिक्स - Radhe Kaun Se Punya Kiye Tune Hari Roj Tere Ghar Aate Hai Lyrics
राधे कौन से पुण्य किए तूने हरी रोज तेरे घर आते हैं लिरिक्स
राधे कौन से पुण्य किए तूने,हरी रोज तेरे घर आते हैं,
राधे कौन से पुण्य किए तूने,
हरी रोज तेरे घर आते हैं।
राधे जब सोलह श्रृंगार करे,
राधे जब सोलह श्रृंगार करे,
हरी रोज दर्पण रोज दिखाते हैं,
राधे कौन से पुण्य किए तूने,
हरी रोज तेरे घर आते हैं।
राधे जब भोजन तैयार करे,
राधे जब भोजन तैयार करे,
हरी माँग माँग कर खाते हैं,
राधे कौन से पुण्य किए तूने,
हरी रोज तेरे घर आते हैं।
राधे जब जमुना जल भरण गई,
राधे जब जमुना जल भरण गई,
हरी गागर रोज उठाते हैं,
राधे कौन से पुण्य किए तूने,
हरी रोज तेरे घर आते हैं।
राधे कौनसे पुण्य किए तूने,
हरी रोज तेरे घर आते हैं,
राधे कौन से पुण्य किए तूने,
हरी रोज तेरे घर आते हैं।
Bhakti Bhajan Song Details
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें