ओ मेरे भोले ओ मेरे शंकर बोलो तुम हो कहाँ लिरिक्स - O Mere Bhole o Mere Shankar Bolo Tum Ho Kaha Lyrics
ओ मेरे भोले ओ मेरे शंकर बोलो तुम हो कहाँ लिरिक्स
दिव्य कुंडल हार मुज्वल मस्तकोज्वल लोलितम्
गाढ़कुंतल नेत्रमुज्वल चंद्रशीतल भाषितम् ।
हस्तनिर्मल दंडत्रिशूल भाले कोमल धारीतम्
हे शिवा पति पार्वती पति त्राहिमाम् भव सागरम् ।
हूँ खोजता अपने प्रभु को है कहाँ ना ज्ञान है
भोला मेरा भोला ही है पर सब में वो ही महान है
त्रिनेत्र माथे चंद्र है वो समझे सबको समान है
सब कहते हैं उसको शिवा मेरा तो वो भगवान है
ओ मेरे भोले ओ मेरे शंकर बोलो तुम हो कहाँ
ओ मेरे भोले ओ मेरे शंकर बोलो तुम हो कहाँ
वो साँस की है लय मेरी
मेरे हृदय का वो प्राण है
शंकर मेरा दुनिया मेरी मेरा भोला मेरी जान है
त्रिशूल संग भुजंग है हम सब में उसकी ही जान है
गाढ़कुंतल नेत्रमुज्वल चंद्रशीतल भाषितम् ।
हस्तनिर्मल दंडत्रिशूल भाले कोमल धारीतम्
हे शिवा पति पार्वती पति त्राहिमाम् भव सागरम् ।
हूँ खोजता अपने प्रभु को है कहाँ ना ज्ञान है
भोला मेरा भोला ही है पर सब में वो ही महान है
त्रिनेत्र माथे चंद्र है वो समझे सबको समान है
सब कहते हैं उसको शिवा मेरा तो वो भगवान है
ओ मेरे भोले ओ मेरे शंकर बोलो तुम हो कहाँ
ओ मेरे भोले ओ मेरे शंकर बोलो तुम हो कहाँ
वो साँस की है लय मेरी
मेरे हृदय का वो प्राण है
शंकर मेरा दुनिया मेरी मेरा भोला मेरी जान है
त्रिशूल संग भुजंग है हम सब में उसकी ही जान है
शंकर मेरा दुनिया मेरी मेरा भोला मेरी जान है
कैलाश पे डेरा तेरा है कंठ तेरा विष भरा
आँखों से ज्वाला जल रही ये सृष्टि तुझसे ही चल रही
बहता है निर्मल जल जटा से रूप तेरा विकराल है
आँखों से ज्वाला जल रही जग का करे उद्धार है
ओ मेरे भोले ओ मेरे शंकर बोलो तुम हो कहाँ
ओ मेरे भोले ओ मेरे शंकर बोलो तुम हो कहाँ
कैलाश पे डेरा तेरा है कंठ तेरा विष भरा
आँखों से ज्वाला जल रही ये सृष्टि तुझसे ही चल रही
बहता है निर्मल जल जटा से रूप तेरा विकराल है
आँखों से ज्वाला जल रही जग का करे उद्धार है
ओ मेरे भोले ओ मेरे शंकर बोलो तुम हो कहाँ
ओ मेरे भोले ओ मेरे शंकर बोलो तुम हो कहाँ
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