सीता नहीं मिलेगी कैसे एक राम चाहिए लिरिक्स - Sita Nahi Milegi Kaise Ek Ram Chahiye Lyrics
सीता नहीं मिलेगी कैसे एक राम चाहिए लिरिक्स
खौला खून नहीं जोतुम समझ लो उसको पानी है
इश्क जो रंग में रंगा नहीं तो
इश्क जो रंग में रंगा नहीं तो
फिर वो कैसी जवानी है
पाकिस्तान में त्रेतायुग
पाकिस्तान में त्रेतायुग
वाला वो नाम चाहिए
सीता नहीं मिलेगी कैसे
सीता नहीं मिलेगी कैसे
एक राम चाहिए
ता ना ना ....ता ना ना ना..
बारूद बदन बन जाए
ता ना ना ....ता ना ना ना..
बारूद बदन बन जाए
इश्क़ बने चिंगारी
है एक हिंद का बेटा
है एक हिंद का बेटा
देखो सब पर भारी.... हो..ओ
तेरी शेर की छाती
तेरी शेर की छाती
अपना लोहा मनवाना है
दुश्मन को तो बतला दे
दुश्मन को तो बतला दे
तू कितना बड़ा दीवाना है
गर्व हो प्यार पे ऐसा
गर्व हो प्यार पे ऐसा
परिणाम चाहिए
सीता नहीं मिलेगी कैसे
सीता नहीं मिलेगी कैसे
एक राम चाहिए
एक और जरेगी लंका
एक और जरेगी लंका
और मरेगा रावण
ना रहेगी बंजर धरती
ना रहेगी बंजर धरती
अब बरसेगा सावन
सावन ........ सावन...
सेना सरहद सागर
पर्वत भी रोक ना पायेगा ..
दिल दीवाना अपने सनम को
दिल दीवाना अपने सनम को
साथ ही लेकर जाएगा..
डर जाए दुनिया ऐसा
डर जाए दुनिया ऐसा
अंजाम चाहिए....
सीता नहीं मिलेगी कैसे
सीता नहीं मिलेगी कैसे
एक राम चाहिए
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