कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है लिरिक्स - Kaise Na Ethalaun Main Barsana Mila Hai Lyrics
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है लिरिक्स
श्री राधा राधा श्री राधा राधाकैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
बरसाना मिला है,बरसाना मिला है,
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है
वृज वासी के टुकड़ों पे पले हरी दासी।
वृज वासी के टुकड़ों पे पले हरी दासी।
संतों के पीछे पीछे चले हरी दासी
मोहब्बत का यही तो सिला है बरसाना मिला है,
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
किशन किशोरी मेरे सामने या जाएगी
राधा राधा कहते मेरी साँस थम जाएगी
मोहब्बत का यही तो सिला है बरसाना मिला है,
कैसे ना इठलाऊं मैं बरसाना मिला है।
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