रात श्याम मेरे सपने में आया लिरिक्स - Raat Shyam Mere Sapne Me Aaya Lyrics
रात श्याम मेरे सपने में आया लिरिक्स
रात श्याम मेरे सपने में आयाकैसे कहदु के आया नहीं है
आके उसने गले से लगाया
कैसे कहदु के आया नहीं है
सिर पर उसके था मोर मुकट प्यारा,
हार था मोतियों का गल्ले में,
काली अखियो में कजरा लगाया,
कैसे कहदु के आया नहीं है
हार था मोतियों का गल्ले में,
काली अखियो में कजरा लगाया,
कैसे कहदु के आया नहीं है
रात श्याम मेरे सपने में आया
हाथ में उनके थी बांसुरी वो
कैसे कहदु के आया नहीं है
हाथ में उनके थी बांसुरी वो
मोहनी जिसके स्वर में छुपी है,
जिसने सारे जगत को नचाया
जिसने सारे जगत को नचाया
कैसे कहदु के आया नहीं है
रात श्याम मेरे सपने में आया
कैसे कहदु के आया नहीं है
पास में मेरे आ कर के बैठा
मुस्कारते हुए मनमोहन जब,
अपने हाथो से माखन खिलाया
अपने हाथो से माखन खिलाया
कैसे कहदु के आया नहीं है
रात श्याम मेरे सपने में आया
कैसे कहदु के आया नहीं है
Krishna ji Ke Bhakti Bhajan Song
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें