गोकुल की हर गली में मथुरा की हर गली में लिरिक्स - Gokul ki Har Gali Me Mathura Ki Har Gali Me Lyrics
गोकुल की हर गली में मथुरा की हर गली में लिरिक्स
कन्हैया मेरी अँखियों में वो तासीर हो जाएनज़र जिस चीज़ पे डालूं तेरी तस्वीर हो जाये
गोकुल की हर गली में मथुरा की हर गली में
कान्हा को ढूंढता हूँ दुनिया की हर गली में
गोकुल की हर गली में....
गोकुल गया तो सोचा माखन चुराता होगा
या फिर कदम्ब के नीचे बंसी बजाता होगा
गूजरी की हर गली में ग्वालिन की हर गली में
कान्हा को ढूंढता हूँ दुनिया की हर गली में
गोकुल की हर गली में.......
चंदा खिलौना लेने ज़िद माँ से करता होगा
राधा से ब्याह करने शायद मचलता होगा
माखन के स्वाद रूस में मिश्री की हर डली में
कान्हा को ढूंढता हूँ दुनिया की हर गली में
गोकुल की हर गली में......
यमुना के श्याम जल में गोता लगाता होगा
पर्वत उठे प्रलय से ब्रिज को बचता होगा
चंदा की चांदनी में बागो की हर काली में
कान्हा को ढूंढता हूँ दुनिया की हर गली में
गोकुल की हर गली में........
चाहत में तेरी मोहन मैं हो गया दीवाना
तुझसे जो दिल लगाया पागल कहे ज़माना
कहीं मैं भी खो ना जॉन जग की चला चली में
कान्हा को ढूंढता हूँ दुनिया की हर गली में
गोकुल की हर गली में........
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