रट ले हरि का नाम रे प्राणी भजन लिरिक्स - Ratale Hari Ka Naam Re Prani Bhajan Lyrics
रट ले हरि का नाम रे प्राणी भजन लिरिक्स
रट ले हरि का नाम रे,प्राणी रट ले हरि का नाम,
सब छोड़ दे उल्टे काम रे,
प्राणी छोड़ दे उल्टे काम रे,
बैरी रट ले हरि का नाम......
जिस दौलत पर तुझे है भरोसा,
जाने कब तुझे दे जाये धोखा,
ये लुट जाये सरेआम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
देख क्यों हँसता सुंदर काया,
चिता बीच जब तुझे है जलाया,
तेरा माँस रहेगा ना चाम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
पाप करे और गँगा नहाए,
किस से तू अपने पाप छुड़ाए,
तेरा होगा बुरा अंजाम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
मथुरा और काशी जाने से,
भजन कीर्तन करवाने से,
तुझे नहीं मिलेगा आराम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
राम नाम से तू निकला बच कर,
मोह माया के जाल में फंसकर,
तू हो गया आज गुलाम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
पता लगा पहले ब्रह्म ज्ञान का,
ब्रम्हा नन्द तू किसी रे नाम का,
तू ढूंढ ले ठीक मकाम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
सब छोड़ दे उल्टे काम रे,
प्राणी छोड़ दे उल्टे काम रे,
बैरी रट ले हरि का नाम......
जिस दौलत पर तुझे है भरोसा,
जाने कब तुझे दे जाये धोखा,
ये लुट जाये सरेआम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
देख क्यों हँसता सुंदर काया,
चिता बीच जब तुझे है जलाया,
तेरा माँस रहेगा ना चाम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
पाप करे और गँगा नहाए,
किस से तू अपने पाप छुड़ाए,
तेरा होगा बुरा अंजाम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
मथुरा और काशी जाने से,
भजन कीर्तन करवाने से,
तुझे नहीं मिलेगा आराम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
राम नाम से तू निकला बच कर,
मोह माया के जाल में फंसकर,
तू हो गया आज गुलाम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
पता लगा पहले ब्रह्म ज्ञान का,
ब्रम्हा नन्द तू किसी रे नाम का,
तू ढूंढ ले ठीक मकाम रे,
प्राणी रट ले हरि का नाम,
Ram ji Ke Bhakti Bhajan Song
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें