कर दो क्षमा किशोरी – राधा भक्ति भजन Lyrics
कर दो क्षमा किशोरी – राधा भक्ति भजन Lyrics
यह भजन राधा भक्ति और प्रेम का अद्भुत संगम है। भक्तों के लिए यह भजन दिल को शांति और आध्यात्मिक आनंद देता है। नीचे इसके पूरे lyrics और अर्थ दिए गए हैं।
Lyrics
कर दो क्षमा किशोरी अपराध मेरे सारे.....
बड़ी आस ले के आई दरबार में तुमारे....
तुमरी किरपा से शामा, चलती है सारी सृष्टि
सदियों से रो रही हूं, डारो कृपा की दृष्टि
उद्दार ओर पतन है सब हाथ में तुम्हारे
सपने में भी थकुं न, श्री राधा नाम जप से
मै भी संवारू जीवन , गहवर में घोर तप से
मेरी भी झोंपड़ी हो, बरसाने में तुम्हारे
रसिकों के झुरमतों में, मुझ को छिपा लो राधे
चेतन की चाह न हो, जड़ ही बना लो राधे
जी भर परख लिए है, संसार के सहारे
भजन का अर्थ (Meaning)
यह भजन राधा प्रेम और भक्ति के भाव को दर्शाता है।
- “कर दो क्षमा किशोरी अपराध मेरे सारे” – यह प्रार्थना है कि राधा से सभी पाप और गलतियों की क्षमा मांगी जा रही है।
- “तुमरी किरपा से शामा, चलती है सारी सृष्टि” – राधा की कृपा से सृष्टि का संचालन होता है।
- भजन में यह संदेश है कि भक्ति और प्रेम में सच्चाई सबसे महत्वपूर्ण है।
इस भजन का महत्व
- यह भजन राधा-श्याम प्रेम और भक्ति का प्रतीक है।
- ब्रज क्षेत्र या जन्माष्टमी/राधाष्टमी के अवसरों पर इसे गाना शुभ माना जाता है।
- भजन सुनने या गाने से मन को शांति और आध्यात्मिक आनंद मिलता है।
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