ओ पापी मन करले भजन लिरिक्स फ़िल्मी तर्ज - जिसका मुझे था इंतजार ओ पापी मन करले भजन, मौका मिला है तो करले जतन ।। ओ पापी मन करले भजन, मौका मिला है तो करले जतन, बाद में प्यारे पछताएगा जब, पिंजरे से पंछी निकल जाएगा।। चार दिनों का है जग का मेला, कोई ना साथी संगी अकेला। जैसा तू आया जग में वैसा ही तू जाएगा, मुठ्ठी बाँध के आया जग में हाथ पसारे जाएगा, हो बाद में प्यारे पछताएगा जब, पिंजरे से पंछी निकल जाएगा।। भाई बंधू कुटुंब कबीला, ये तो जग का झूठा झमेला, मरने के बाद तुझे आग में जलाएंगे, तेरह दिनों का तेरा मातम मनाएंगे, बाद में प्यारे पछताएगा जब, पिंजरे से पंछी निकल जाएगा।। राम नाम का सुमिरण करले, राम जी का नाम प्यारे घट में धर ले, राम जी का नाम प्यारे काम तेरे आएगा, जीवन मरण से तू मुक्ति पा जायेगा, बाद में प्यारे पछताएगा जब, पिंजरे से पंछी निकल जाएगा।। Bhakti Bhajan Song Details Song :-O Papi Man Karle Bhajan Singer:- Shri Aniruddhacharya Maharaj Lyrics :- ऐसे ही सुन्दर भजन आप निचे दी गयी सूचि में देख सखते है गणेश जी के भजन विट...
Gavlan
जवाब देंहटाएंपुर्ण पाठवा
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जवाब देंहटाएंJay bhelsekar
जवाब देंहटाएंGive full lyrics.
जवाब देंहटाएंNICE
जवाब देंहटाएंवाजवितो पावा तो कृष्ण मुरारी
जवाब देंहटाएंवेडी झाली राधा ऐकून बासरी
नाता मधली मी नार गौळया चा घर ची
धळ ची एक ही उरा नित्य सासर ची
तरी माया कमीच ना होई तुझा वरची
जादू काय ही मला केलि मना वरती
भेटी साठी नाचे मनात मयूरी
वेडी झाली राधा ऐकून बासरी...
झोप नैनाची गेली हरपून गेले भान
तन मन ध्यान सारे घेतले मुकुंदन
यावरती उपाय बाई सांगे ना कोन
जीव खाली वरती होत्या असा भायना
तेयाची औड लगे माझया अंतरी
वेडी झाली राधा ऐकून बासरी...
टापूर चांदण्याची होती माधनी रात
पलंग वरती पहुडले मी होते निदरेंत
असा चोरी नि लावूनी हळू आला आत
घपण शिरधराने धरला ग माझा हाथ
दचकले सप्नात मी जहाली बावरी
वेडी झाली राधा ऐकून बासरी...
विसरतात विसरेन तेयाची सावली मूर्ती
आठवण सारखी छळते मझला एकांती
मन मंदिर बसला जायची दिगंत कीर्ती
तेयाचा छायेने उत्तम हि नटली धरती
छेडिते मजला सारी गोकुळ नागरी
वेडी झाली राधा ऐकून बासरी...
वाजवितो पावा तो कृष्ण मुरारी
वेडी झाली राधा ऐकून बासरी