शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो लिरिक्स - Shambhu Sharne Padi Mangu Ghadi Re Ghadi Dukh Kato Lyrics
शंभू शरणे पड़ी मांगू घड़ी रे घड़ी दुख काटो लिरिक्स
शंभू शरणे पड़ी मांगूघड़ी रे घड़ी दुख काटो,
दया करीने ने दर्शन आपो
तेरी सेवा में जल ले आई,
दया करीने ने दर्शन आपो
तेरी सेवा में जल ले आई,
उसे मछली भी जूठा कराई
जल कैसे चढ़ाऊँ…
जल कैसे चढ़ाऊँ…
भोले कैसे रिझाउ… महादेवा !!
भोले कैसे करू तेरी सेवा।
शंभू शरणे पड़ी……
तेरी सेवा में दूध ले आई,
भोले कैसे करू तेरी सेवा।
शंभू शरणे पड़ी……
तेरी सेवा में दूध ले आई,
उसे बछड़ा भी जूठा कराई
दूध कैसे चढ़ाऊँ…
भोले कैसे रिझाउ… महादेवा !!
भोले कैसे करू तेरी सेवा।
शंभू शरणे पड़ी……
तेरी सेवा में फूल ले आई,
दूध कैसे चढ़ाऊँ…
भोले कैसे रिझाउ… महादेवा !!
भोले कैसे करू तेरी सेवा।
शंभू शरणे पड़ी……
तेरी सेवा में फूल ले आई,
उसे भवरा भी जूठा कराई
फूल कैसे चढ़ाऊँ…
भोले कैसे रिझाउ… महादेवा !!
भोले कैसे करू तेरी सेवा।
शंभू शरणे पड़ी…
फूल कैसे चढ़ाऊँ…
भोले कैसे रिझाउ… महादेवा !!
भोले कैसे करू तेरी सेवा।
शंभू शरणे पड़ी…
bholenath ke Bhakti Bhajan Song
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें