आई गए रघुनंदन सजवा दो द्वार द्वार लिरिक्स - Aayi Gaye Raghunandan Sajwa Do Dwar Dwar Lyrics
आई गए रघुनंदन सजवा दो द्वार द्वार लिरिक्स
आई गए रघुनंदनसजवा दो द्वार द्वार
स्वर्ण कलश रखवादो
बंधवादों बंधन वार
सजी नगरिया है सारी
सजी नगरिया है सारी
नाचें गावे नर-नारी
खुशियाँ मनाओ
खुशियाँ मनाओ
गाओ री मंगल चार
स्वर्ण कलश रखवादो
स्वर्ण कलश रखवादो
बंधवादों बंधन वार
आई गए रघुनंदन
सजवा दो द्वार द्वार
स्वर्ण कलश रखवादो
बंधवादों बंधन वार
कंचन कलश विचित्र सँवारे ,
सब ही सजे
धरे निज निज द्वारे
खुशियाँ मनाओ
खुशियाँ मनाओ
गाओ री मंगल चार
स्वर्ण कलश रखवादो ,
स्वर्ण कलश रखवादो ,
बंधवादों बंधन वार
आई गए रघुनंदन
सजवा दो द्वार द्वार
स्वर्ण कलश रखवादो
बंधवादों बंधन वार
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