दूल्हा भोले शिव शंकर की बारात आ गई लिरिक्स - Dulha Bhole Shiv Shankar Ki Barat Aa Gayi Lyrics
दूल्हा भोले शिव शंकर की बारात आ गई लिरिक्स देखन काहे ने चली रे देखन काहे ने चली दूल्हा भोले शिव शंकर की बारात आ गई सारे तन पे भसम रमा के नाग गले मे डाल काले अरे कानन मे बिच्छु के कुंडल नदी पे असवार देखन काहे ने चली रे देखन काहे ने चली दूल्हा भोले शिव शंकर की बारात आ गई तबला ढोल बजे रम टोला चले बाराती संग रे भोला अरे बहुत पिशाच संग मे नाचे मचा रहे हुड़दंग देखन काहे ने चली रे देखन काहे ने चली दूल्हा भोले शिव शंकर की बारात आ गई शंकर जी को पकड़ खवासन मांगे नेग हजार फरर ततैया उड़ कर लागि मच गई हाहाकार देखन काहे ने चली रे देखन काहे ने चली दूल्हा भोले शिव शंकर की बारात आ गई shiv ji ke Bhakti Bhajan Song Details Song :- Dulha Bhole Shiv Shankar Ki Barat Aa Gay Singer:- MANISH AGRWAL Lyrics :- Balmukund ऐसे ही सुन्दर भजन आप निचे दी गयी सूचि में देख सखते है गणेश जी के भजन विट्ठलाचे अभंग मराठी राधा कृष्ण के भजन कृष्णाच्या गवळणी मराठी शिव ज...