कहाँ जा के छिपा है चितचोर राधा तेरी माला जपे लिरिक्स - Kaha Jake Chhipa Hai Chitchor Radha Teri Mala Jape Lyrics
कहाँ जा के छिपा है चितचोर राधा तेरी माला जपे लिरिक्स
कहाँ जा के छिपा है चितचोरराधा तेरी माला जपे
कहाँ ढूंढूं गया किस ओर
राधा तेरी माला जपे |
धानी चुनरिया में यमुना किनारे
कब से खड़ी तोरा रस्ता निहारे
तेरी संग बांधी जीवन की डोर ।।1।।
बैचेन है मन कुछ बोलने को
बंशी की तानों पे संग डोलने को
इस मधुबन में नाचे मोर ।।2।।
मटकी न फोड़ी रस्ता न रोका
राधा ने खाया है आज धोखा
तेरा मन है बड़ा ही कठोर ।।3।।
राधा से सुंदर संग है सुहाने
जग सारा जाने तू ही न जाने
मचा गोकुल की गलियों में शोर ।।4।।
कहाँ ढूंढूं गया किस ओर
राधा तेरी माला जपे |
धानी चुनरिया में यमुना किनारे
कब से खड़ी तोरा रस्ता निहारे
तेरी संग बांधी जीवन की डोर ।।1।।
बैचेन है मन कुछ बोलने को
बंशी की तानों पे संग डोलने को
इस मधुबन में नाचे मोर ।।2।।
मटकी न फोड़ी रस्ता न रोका
राधा ने खाया है आज धोखा
तेरा मन है बड़ा ही कठोर ।।3।।
राधा से सुंदर संग है सुहाने
जग सारा जाने तू ही न जाने
मचा गोकुल की गलियों में शोर ।।4।।
Krishna ji Ke Bhakti Bhajan Song
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