जगत के कन कन में भगवान लिरिक्स - Jagat Ke Kan kan Me Bhagwan Lyrics
जगत के कन कन में भगवान लिरिक्स
जगत के कन-कन में भगवान,वर्णन करते कभी न थकते,
जिसका वेद पुराण,
जगत के कन-कन में भगवान।।
विष्णु जी बसते मन में,
बसें लक्ष्मी जी धन में,
राम जी सबके तन में,
जानकी प्रभु के तन में,
जन-जन के प्राणों में बसते,
पवन पुत्र हनुमान,
जगत के कन-कन में भगवान।।
कृष्ण बंसी की धुन में,
राधिका नाचे उन में,
हिमालय पर शिव बसते,
पार्वती गंग जमुन में,
श्री गणेश जी बुद्धि बांटते,
मात शारदा ज्ञान,
जगत के कन-कन में भगवान।।
- आओ मेरी सखियो मुझे मेहँदी लगा दो लिरिक्स
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- श्याम माखन चुराते चुराते अब तो दिल भी चुराने लगे है़ं लिरिक्स
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- चल री सखी वृंदावन लिरिक्स
- चलो वृंदावन चलते हैं लिरिक्स
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Radha Krishna ji Ke bhakti Bhajan Song Details
ऐसे ही सुन्दर भजन आप निचे दी गयी सूचि में देख सखते है
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