आदमी मुसाफिर है आता है जाता है लिरिक्स - Aadmi Musafir Hai Aata hai jata Hai lyrics
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है लिरिक्स
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है
आते जाते रस्ते में यादे छोड़ जाता है
झोका हवा का पानी का रेला
मेले में रह जाये जो अकेला
फिर वो अकेला ही रह जाता है
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है
आते जाते रस्ते में यादे छोड़ जाता है
कब छोड़ता है ये रोग जी को
दिल भूल जाता है जब किसी को
वो भूलकर भी याद आता है
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है
आते जाते रस्ते में यादे छोड़ जाता है
आदमी मुसाफिर है आता है जाता है लिरिक्स - Aadmi Musafir Hai Aata hai jata Hai lyrics
गुरुदेव के भजन यहा पर देख सकते है
Aadmi Musafir Hai Aata hai jata Hai Bhajan lyrics in Hindi
ऐसे ही सुन्दर भजन आप यहां पर देख सखते है
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें